झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का पूरा इतिहास, Complete history of Rani Laxmibai of Jhansi,
**रानी लक्ष्मीबाई** भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की सबसे वीर और प्रेरणादायक महिला योद्धाओं में से एक थीं। उन्हें झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के नाम से जाना जाता है। उनका जीवन साहस, आत्मसम्मान, मातृभूमि के प्रति प्रेम और बलिदान का प्रतीक है। आइए उनके जीवन के प्रमुख पहलुओं पर विस्तार से जानकारी लेते हैं।
### 🧬 **प्रारंभिक जीवन**
* **जन्म:** 19 नवम्बर 1828
* **स्थान:** वाराणसी (तब बनारस), उत्तर प्रदेश
* **मूल नाम:** मणिकर्णिका ताम्बे (प्रिय नाम – मनु)
* **पिता:** मोरोपंत ताम्बे (बिठूर में पेशवा के दरबार में कार्यरत थे)
* **माता:** भागीरथीबाई (धार्मिक और संस्कारी महिला थीं)
मनु ने बचपन में ही घुड़सवारी, तलवारबाज़ी, धनुर्विद्या और युद्ध-कौशल में प्रशिक्षण प्राप्त किया। वह बचपन से ही साहसी और निर्भीक थीं।
### 👑 **झाँसी की रानी बनना**
* **विवाह:** 1842 में झाँसी के राजा गंगाधर राव से हुआ।
* विवाह के बाद उनका नाम **लक्ष्मीबाई** रखा गया।
* **संतान:** एक पुत्र हुआ, जो कुछ महीनों में ही चल बसा।
* फिर उन्होंने **दामोदर राव** नामक एक बालक को गोद लिया।
### ⚖️ **डालहौज़ी की "हड़प नीति" और झाँसी की लड़ाई**
ब्रिटिश गवर्नर जनरल **लॉर्ड डालहौज़ी** ने "Doctrine of Lapse" नीति के तहत कहा कि दत्तक पुत्र उत्तराधिकारी नहीं हो सकता, इसलिए झाँसी को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया जाएगा।
लक्ष्मीबाई ने इसका कड़ा विरोध किया और घोषणा की:
> **"मैं अपनी झाँसी नहीं दूँगी!"**
### ⚔️ **1857 का स्वतंत्रता संग्राम और युद्ध कौशल**
* 1857 में जब भारत में स्वतंत्रता की पहली लड़ाई शुरू हुई, रानी लक्ष्मीबाई भी उसमें शामिल हो गईं।
* उन्होंने झाँसी की रक्षा के लिए महिलाओं और सैनिकों की एक सेना बनाई, जिसमें **झलकारी बाई**, **सुंदर-मुंदर**, **खुशबू बाई** जैसी वीरांगनियाँ भी शामिल थीं।
* अंग्रेजों की सेना ने सर **ह्यू रोज़** के नेतृत्व में झाँसी पर आक्रमण किया।
### 🩸 **बलिदान**
* अंग्रेजों से संघर्ष करते हुए रानी लक्ष्मीबाई ने ग्वालियर के पास **कोटा की सराय** में 18 जून 1858 को वीरगति प्राप्त की।
* वे पुरुषों के वस्त्र पहनकर युद्ध करती रहीं और अंत तक दुश्मनों से लड़ती रहीं।
### 🏆 **रानी लक्ष्मीबाई की विशेषताएँ**
* अद्भुत नेतृत्व क्षमता
* असाधारण वीरता और युद्ध कौशल
* मातृभूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान
* महिलाओं को सशक्त करने की प्रेरणा
### 🕊️ **विरासत और सम्मान**
* आज रानी लक्ष्मीबाई को भारत की **प्रथम महिला स्वतंत्रता सेनानी** के रूप में याद किया जाता है।
* उनके नाम पर कई स्मारक, स्कूल, संस्थान और फ़िल्में बनाई गई हैं।
* बाल कवि **सुभद्राकुमारी चौहान** की प्रसिद्ध कविता *"झाँसी की रानी"* आज भी हर भारतीय के मन में देशभक्ति की भावना भर देती है।
### 🧾 **प्रसिद्ध कथन**
> “**अगर आप हार मानते हैं, तो आप सच में हार जाते हैं।**”
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