आजकल पूरे भारत में एक चीज जोर पकड़ रही है जिसका नाम है Ex Muslim Movement. वैसे तो ये मूवमेंट ज्यादा नया नहीं है लेकिन आजकल इसकी रफ़्तार अच्छी गति पकड़ रही है। वैसे तो ये मूवमेंट पूरी दुनिया में चल रहा है लेकिन इसका असर सबसे ज्यादा भारत और पाकिस्तान में हो रहा है। पडोसी देश को छोडिये बात करते हैं भारत की। भारत में ये मूवमेंट अब हलके हलके ट्रेंड पकड़ने लगा है जिसकी वजह कुरान की गलत जानकारी और कट्टरपंथ को बताया जा रहा है। वैसे एक आम आदमी की जिंदगी में धर्म की काफी अहमियत होती है उसके दिल में धर्म और धर्म के बारे में बताने वाले के लिए काफी सम्मान होता है लेकिन जब कोई इसका गलत फायदा उठाये तो उसके खिलाफ आवाज उठना भी लाज़मी है।
कुछ ऐसे ही आरोप मौलानाओ पर लग रहे हैं जिसके बचाव में मौलाना हलके पड़ते नज़र आ रहे हैं। कई बार देखा गया है कि टीवी डिबेट में मौलाना सही जवाब न होने की वजह से गुस्सा में आ जाते हैं और चिल्लाने लगते हैं। देश में हर तरह के मुस्लिम रहते हैं। जिनमे एक तो वो हैं जो कभी मदरसे में पढ़ने गए ही नहीं बल्कि उनका सीधे स्कूल में दाखिला होता है और उन्हें दीनी तालीम नहीं मिल पाती या बहुत कम मिलती है। वे पढाई लिखाई करके सामान्य रूप से अपना जीवन जीते हैं और दीनी तालीम को लेके ज्यादा गंभीर नहीं होते और उनका मौलवियों से कम ही संपर्क होता है। वहीं दूसरी तरफ मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों का सीधा संपर्क मौलवियों से होता है जिसका असर उनपर साफ़ तौर पर देखा जा सकता है।
यही कारण है कि जो मुसलमान मौलानाओ के कहने पर देश की सडकें जाम कर देते हैं। जो मुसलमान मौलानाओं के एकबार कहने पर पुरे देश में दंगा भड़का देते हैं और कत्लेआम मचा देते हैं वो केवल मौलानाओं की कठपुतली बनके रह गए हैं। जो मुस्लिम माँ बाप अपने बच्चों को इस्लाम की तालीम देने के लिए मदरसे में पढ़ने के लिए भेज देते हैं और ये सोचते हैं कि ये बड़ा होकर एक अच्छा इन्सान बनेगा उन बच्चों को ये मौलाना कुरआन की सही तालीम न देकर उन्हें उलटी सीधी बातें सिखाते हैं और उनका ब्रेनवाश करके बचपन से ही उन्हें हिन्दुओं के खिलाफ भड़काते हैं और वही बच्चे बड़े होकर हिन्दुओं और अपने समाज के दुश्मन बन जाते हैं। और ये सब इन मौलानाओं के कारण होता है। इन मौलानाओं के कारण ही बच्चे स्कूल न जाकर मदरसे में अपना समय बर्बाद करते हैं जिस कारण उनकी स्कूली पढाई नहीं हो पाती है और पढाई लिखाई ठीक से न होने के कारण उन्हें जॉब नहीं मिल पाती है। फिर उन्हें लगता है कि सरकार की वजह से उन्हें जॉब नहीं मिल रही है और जिस मौलाना के कहने पर वो आजतक चले हैं फिर उन्ही के कहने पर देश की सड़कों पर आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन करते हैं।
बच्चों को मौलाना बचपन से ही कुरआन अरबी में रटाते रहते हैं और अगर बच्चा उनसे इसका मतलब पूछे तो मार मारकर उसका मुंह बन्द कर देते हैं या अगर मार नहीं सकते तो ये कहकर टाल देते हैं कि "दीन में अकल का दखल नहीं" या "कुरआन को अरबी में पढ़ने से ज्यादा शबाब मिलता है" अब आप ही बताओ भाषा का शबाब से क्या मतलब ?
असल बात तो ये है कि अगर बच्चो को कुरआन बचपन से ही हिंदी में उनकी अपनी भाषा में पढाया होता तो कोई बच्चा मुसलमान नहीं होता और इन मौलानाओं का धन्धा कब का चौपट हो गया होता। देश को बर्बाद करने में अगर किसी का सबसे बड़ा हाथ है तो वो हाथ मौलानाओं का है इसलिए अगर किसी पर कार्यवाही होनी चाहिए तो मौलानाओं पर होनी चाहिए।
और रहे वो मुसलमान जो मदरसे में जाने से बच गए समय पर स्कूल गए अपनी पढाई लिखाई पूरी की अच्छी सी जॉब की और अपनी जिंदगी अच्छे से बीता रहे हैं। बजाय उन मुसलमानों के जिन्होंने मौलानाओ के कहने पर न पढाई की, न ही अच्छी जॉब कर पाए , बल्कि मौलानाओ के कहने पर 10-10 बच्चे पैदा करके अपने ऊपर बोझ बढ़ा लिया और सरकार की योजनाओं के भरोसे अपना और अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं।
जो मुसलमान समझदार हैं वो अब अपने बच्चों को मौलानाओं से बचाने के लिए Ex Muslim बन रहे हैं। Athiest Association of Pakistan के हिसाब से पाकिस्तान की लगभग 50% जनता इस्लाम को छोड़ चुकी है। और भारत में भी Ex Muslim Movement अब रफ़्तार पकड़ रहा है। भारत के मुस्लिम कट्टरपंथियों से तंग आकर इस्लाम छोड़कर एक्स मुस्लिम बनते जा रहे हैं
इस्लाम को लेके सबने अलग अलग बातें बताई हैं इसलिए नीचे जितने भी लोग हैं जो इस्लाम के बारे में बता रहे हैं हमें उन सबको एकबार जरूर सुनना चाहिए।
क्या है Ex Muslim Movement ?
मौलाना मासूम साकिब ने कुबूल किया कि हर साल 1 करोड़ मुस्लिम छोड़ रहे हैं इस्लाम
जफर ने छोड़ा इस्लाम
भारत में एक करोड़ मुस्लिमों ने छोड़ा इस्लाम।
Ex Muslim Movement को मिला बॉलीवुड का साथ।
ईरान में 50 हजार मस्जिदों पर लगा ताला।
मौलानाओं में Ex Muslim का इतना खौफ क्यों है ये जानने के लिए नीचे दी गयी वीडियो देखें
कुरान के जानकार सचवाला ने बताई इस्लाम छोड़ने और चेहरा छुपाने के पीछे की वजह
मौलानाओं को Ex Muslim Sahil का खुला चैलेंज।
पाकिस्तान में 1 करोड़ से ज्यादा Ex Muslim हैं। Ex Muslim Sahil से एक पाकिस्तानी की बातचीत।
ऐसे ही कुछ एक्स मुस्लिम यूट्यूब चैनल हैं जिसपर लोग लाइव आकर बताते हैं कि उन्होंने क्यों इस्लाम को छोड़ दिया और चुपचाप एक्स मुस्लिम बनकर कट्टरपंथियों के डर से चोरी छिपे जिंदगी जी रहे हैं जिस कारण वे अब EX MUSLIM PROTECTION LAW की डिमांड करने लगे हैं
ऐसे ही कुछ यूट्यूब चैनल नीचे दिए गए हैं जिनपर आप क्लिक करके उनके वीडियो देख सकते हैं।
0 Comments