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She paid off her husband's debt by selling her kidney, lived happily for 3 years, then whatever happened to her, she could not remain silent.

किडनी बेचकर चुकाया पति का कर्ज, 3 साल राजी-खुशी कटी जिंदगी, फिर जो उसके साथ हुआ, नहीं बैठ पाई चुप। 


कर्नाटक की गीता ने पति के कर्ज चुकाने के लिए अपनी किडनी बेच दी थी. मंजूनाथ नाम के शख्‍स ने किडनी बेचकर ढाई लाख जुटाने में उसकी मदद की थी. अब इसी कड़ी में गीता को मंजूनाथ लगातार परेशान कर रहा है. गीता के पास अब बेचने के लिए किडनी तक नहीं है. लिहाजा वो उसकी दोनों बेटियों की किडनी बेचना चाहता है।

कर्नाटक के रामनगर की रहने वाली एक 46 साल की महिला के साथ ऐसा वाक्‍या हुआ, जिसे जानकर हर कोई हैरान रह जाएगा. दरअसल, महिला के पति ने कुछ सालों पहले एक लोन लिया था. पति की बाद में डेथ हो गई लेकिन उसे चुकाने के चक्‍कर में महिला को अपनी किडनी तक बेचनी पड़ी. महिला के नजरिए से समझें तो यहां तक भी उसके लिए सब ठीक था. वो जैसे-तैसे अपना जीवन एक किडनी के साथ पिछले तीन साल से काट ही रही है. इसके बाद जो उसके साथ हुआ, फिर वो चुप नहीं बैठ पाई और तुरंत अपनी आवाज बुलंद की।

महिला का कहना है कि कुछ साल पहले एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी का कर्ज चुकाने के लिए उसने 2.5 लाख रुपये में अपनी किडनी बेच दी थी. इस काम में उसकी इलाके में ही रहने वाले मंजूनाथ ने मदद की थी. इस मामले में अब महिला को अपनी दोनों बेटियों की किडनी बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है. कहा गया कि वो किसी कीमत पर अपनी बेटियों को किडनी नहीं बेचने देगी।

मंजूनाथ के झांसे में आई थी महिला

गीता ने टाइम्‍स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पति की मौत के बाद मैं आर्थिक संकट में थी और अपनी बेटियों की परवरिश, शिक्षा और उनकी शादी करने में कठिनाइयों का सामना कर रही थी. पति की बीमारी के कारण 2013 में मृत्यु हो गई थी. उसने कहा कि एक स्थानीय माइक्रोफाइनेंस फर्म ने उन्‍हें और पति को कर्ज दिया था. पति की मौत के बाद वो उन्‍हें परेशान करने लगे. मुश्किल दौर में उसे मंजूनाथ ने अपनी किडनी बेचने की सलाह दी. बताया गया कि ऐसा करने से उसे अच्छी रकम मिल जाएगीऔर वो सारा कर्ज चुका सकती है।

बेंगलुरु में निकाली गई किडनी

महिला का कहना है कि उसे आश्वासन दिया कि एक किडनी के साथ एक इंसान स्वस्थ जीवन जी सकता है. जिसके चलते उसने एक किडनी बेचने का मन बना लिया. करीब तीन साल पहले मुझे कार में बेंगलुरू ले जाया गया. वहां हम यशवंतपुर के एक अस्पताल गए. जहां एक किडनी निकाल दी गई. बदले में महिला को ढाई लाख रुपये दिए गए।

बेटियों की किडनी बेचने का डाला दबाव

महिला ने मंजूनाथ से भी कर्ज लिया था. उसका कहना है कि मंजूनाथ से पैसे वापस करने के लिए मजबूर कर रहा है. गीता के मुताबिक आर्थिक संकट के कारण वो इसे नहीं चुका पा रही है. लिहाजा अब वो उसे अपनी दोनों बेटियों को किडनी बेचने के लिए राजी करना चाहता है. मैंने मना कर दिया तो मंजूनाथ मुझ पर चिल्लाने लगा. आरोप है कि मंजूनाथ ने इसी तरह से मगदी की एक और महिला को धमकाया था. उसने उन्‍हें भी किडनी बेचने के लिए मजबूर किया और उसे भी परेशान कर रहा है।


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